पत्र-लेखन की कला के विकास के लिए क्या-क्या प्रयास हुए? लिखिए।

पत्र-लेखन की कला को विकसित करने के लिए स्कूलों के पाठ्यक्रमों में पत्र लेखन को शामिल किया गया है| जिससे बच्चे पढ़ाई के बहाने पत्र लिखना सीख जाएं। विश्व डाक संघ ने भारत में ही नहीं दूसरे देशों में भी पत्र लेखन को बढ़ावा दिया और लोगों में पत्र लेखन के प्रति जागरूकता लाने के लिए अनेक अभियान भी चलाए हैं| इसके लिए विश्व डाक संघ ने 1972 में 16 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिता भी शुरू की, जिससे बच्चे इसमें बढ़चढकर हिस्सा लें। पत्रों के अस्तित्व को जिंदा रखने के लिए ऐसी तमाम तरह की प्रतियोगिताएं आज भी समय-समय पर कराई जाती हैं।


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